Kotha No. 64 (Hindi Edition)
Bharti, Rakesh Shankar
प्रस्तुत संग्रह की कहानियों में 21वीं सदी के आधुनिक समाज में सेक्स वर्कर्स की ज़िंदगी की एक झलक देखने को मिलती है। ये कहानियाँ मानवीय संवेदनाओं, आशा, निराशा और मौजूदा मानवीय समस्याओं से लबरेज़ हैं। इन कहानियों में भारतीय समाज की हक़ीक़त, मानव जीवन के संघर्ष की झलक बख़ूबी देखने को मिलती है। कहानियों का यह संग्रह प्यार-मुहब्बत, रोमाँस, इंसानी रिश्तों का बनना-बिगड़ना, इंसानी जज़्बात की आग़ोश में पैदा हुई समस्याओं और उनके समाधान का विकल्प पाठकों के सामने पेश करता है। लेकिन लेखक ने हिंदी साहित्य सृजन में अपनी कहानियों के माध्यम से एक नये क़िस्म की साहित्यिक प्रवृत्ति आरंभ करने का प्रयास किया है। कहानियों की भाषा सादगी और लचीलेपन से भरपूर है। कहानीकार बेवाक़ी से बहुत कुछ अपनी कहानियों में कह जाते हैं, जिन्हें समाज के लोग सुनना तक पसंद नहीं करते हैं। सीधी और आसान भाषा में बहुत कुछ पाठकों के सामने पेश करते हैं। लेखक ने अपनी आम बोल-चाल की भाषा में पाठकों तक अपनी भावनाएँ पहुँचाने में कामयाबी हासिल की है। लेखक की कहानी गढ़ने की शैली आधुनिक कहानी का अनोखा मिशाल है, जिसमें 19वीं सदी और समकालीन कहानी की शैली की मिश्रित झलक देखने को मिलती है।
年:
2020
出版社:
AMAN PRAKASHAN
语言:
hindi
页:
189
文件:
EPUB, 1.60 MB
IPFS:
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hindi, 2020